Paytm के शेयरों में 40% की गिरावट: RBI की कार्रवाई का असर !
Paytm, भारत की सबसे बड़ी डिजिटल भुगतान कंपनियों में से एक, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में लोअर सर्किट की चपेट में आ गई है। RBI द्वारा Paytm Payments Bank पर प्रतिबंध लगाने के बाद पिछले दो दिनों में Paytm के शेयरों में 40% की गिरावट आई है।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में शेयरों में गिरावट
शुक्रवार, 2 फरवरी को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में Paytm कंपनी के शेयरों में फिर से लोअर सर्किट लग गया। इससे शेयरों की मूल्य में भारी गिरावट आई है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर इसके शेयर 20 फीसदी गिरकर 487.20की लोअर सर्किट सीमा पर पहुंच गए। पिछले दो दिनों में कंपनी के शेयरों में 40 फीसदी की भारी गिरावट देखी गई है।
शेयर बाजार में लोअर सर्किट का मतलब और पेमेंट बैंक के विस्तार
शेयर बाजार में लोअर सर्किट का मतलब है कि शेयर की मूल्य में विपरीत दिशा में गिरावट हो रही है और बाजार में उत्साह कम हो रहा है। इसके साथ ही, कंपनी ने Paytm2 कम्युनिकेशंस लिमिटेड और paytmbank.com के साथ कई क्षेत्रों में अपने व्यापार का विस्तार किया है। इसमें Paytm-in के पेमेंट्स बैंक पर क्रेडिट ट्रांजैक्शन और डिपॉजिट लेने की रोक शामिल है।
नोटबंदी के बाद डिजिटल पेमेंट का उछाल :
2016 में नोटबंदी के बाद से Paytm ने ऑनलाइन लेन-देन के क्षेत्र में एक बड़ा उछाल देखा है। इसने विभिन्न क्षेत्रों में अपने व्यापार को बढ़ावा दिया है और इसके उपयोगकर्ताओं और लेन-देनों में भी बड़ी वृद्धि देखी गई है।इस नोटबंदी का फायदा देश की कई फिनटेक कंपनियों को हुआ इनमें Paytm शॉप या फिर पेमेंट के लिए हम क्विक रिस्पांस यानी QR कोड को स्कैन करते हैं तो इसमें एक फिनटेक कंपनी शामिल होती है जब आप UPI से अपने दोस्त को पैसे भेजते हैं तो यह एक फिनटेक कंपनी की वजह से ही मुमकिन होता है देश. में वैसे तो करीबन 7000 से ज्यादा छोटी बड़ी फिटेक कंपनियां हैं जो अलग-अलग क्षेत्रों में काम कर रही हैं
फोब्स इंडिया को दिए इंटरव्यू में कंपनी के फाउंडर और CEO विजय शेखर शर्मा कहते हैं “जब नोटबंदी हुई तब मैं सभी को गर्व से बता रहा था कि यह घटना भारत में डिजिटल पेमेंट को रफ्तार देगी. यह बात वाकई में सच साबित हुई नोटबंदी के बाद से इसके यूजर्स और ट्रांजैक्शन दोनों में बड़ी तेजी से उछाल देखा गया.”
Paytm की चुनौतियां
RBI ने Paytm Payments Bank पर KYC नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है।RBI की कारवाही के बाद विभिन्न ब्रोकरेज फर्मों ने paytm2 ब्रोकरेज JP मॉर्गन ने इसे पहले के 900 के टारगेट से घटाकर ₹ 600 के टारगेट प्राइस के साथ अंडर वेट की रेटिंग दी है वहीं ब्रोकरेज फर्म जे फ्रीज ने भी अपना टारगेट प्राइस मूल्य घटाकर ₹500.
Action against Paytm Payments Bank Ltd under Section 35A of the Banking Regulation Act, 1949https://t.co/bswaWHSxtk
— ReserveBankOfIndia (@RBI) January 31, 2024
मार्केट रेगुलेटर SEBI ने सर्किट ब्रेकर लागू किया था जैसा कि नाम से पता चलता है कि बाजार को गिनने से रोकने के लिए सर्किट ब्रेकर चालू हो जाते हैं जो तब होता है जब निवेशक इस डर से घबराने लगते हैं, कि उनके शेयर का प्राइस काफी गिर गया है और वे अपने स्टॉक को बेचने का फैसला करते हैं.
हालांकि, RBI के फैसले के बाद Paytm के शेयरों में गिरावट हुई है और विभिन्न ब्रोकरेज फर्मों ने इसे अंडर वेट रेटिंग दी है। इसके बावजूद, Paytm ने विभिन्न क्षेत्रों में अपना व्यापार बढ़ाया है और आगे के विकसित अपडेट्स का हम आपको सचेत करेंगे।आपको आपके निवेश पर जो असर हो रहा है, इसे समझने के लिए हम आपको विशेषज्ञ सलाह लेने की सिफारिश करते हैं।
Note : निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे Paytm में निवेश करने से पहले विशेषज्ञों से सलाह लें।
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