आपके Mutual Funds इन्वेस्टमेंट में चार आम गलतियाँ जो आपको रोक रही हैं. “मनी ग्रोथ की रणनीति: म्यूचुअल फंड्स से कैसे कमाएं लाखों रुपए!”
Mutual Funds एक लोकप्रिय निवेश विकल्प है जो निवेशकों को विभिन्न प्रकार के परिसंपत्ति वर्गों में निवेश करने की अनुमति देता है। हालांकि, म्यूचुअल फंड में निवेश करते समय कुछ गलतियां करना आसान है जो आपके रिटर्न्स को कम कर सकती हैं। इस लेख में, हम म्यूचुअल फंड में निवेश करते समय बचने के लिए चार सबसे आम गलतियों पर चर्चा करेंगे।
क्या आपको पता है कि अक्टूबर 2023 तक सेवन इक्विटी म्यूचुअल फंड कैटेगरी ने 12% ज्यादा के रिटर्न्स डिलीवर किए हैं और इसमें स्मॉल कैप फंड्स रेस को लीड कर रहा है। इसने 24% रिटर्न ऑफर किए हैं। अगर हम नवंबर 2023 तक थ्री ईयर रिटर्न्स को चेक करें तो नाइन इक्विटी म्यूचुअल फंड कैटेगरी ने 20% से ज्यादा के रिटर्न्स डिलीवर किए हैं, और वही स्मॉल कैप्स ने मैसिव 34% दिए।
अब कई इन्वेस्टर्स का एक सवाल होता है कि अगर इक्विटी म्यूचुअल फंड्स ऐसे ही इंप्रेसिव रिटर्न्स डिलीवर कर रहे हैं तो मेरे इन्वेस्टमेंट्स में मैं ऐसे सिमिलर रिटर्न्स क्यों नहीं देख पा रहा हूं?
आपने अपना रिसर्च कर लिया, सही फंड सिलेक्ट कर लिए और पेशेंटली इंतजार भी किया, फिर भी आपके रिटर्न्स इतने ग्रेट नहीं हैं। क्यों? शायद आप इन चार गलतियों को कर रहे हैं। आज हम अनकवर करने वाले हैं उन चार कॉमन रीजंस को जिसकी वजह से आपका म्यूचुअल फंड इन्वेस्टमेंट हो सकता है एज एक्सपेक्टेड परफॉर्म ना कर रहा हो।
चलिए बात करते हैं सबसे पहली मिस्टेक की जो आप कर रहे होंगे
गलती 1: पिछले रिटर्न्स का पीछा करना :
म्यूचुअल फंड्स के पास्ट रिटर्न्स को चेज करना। बहुत से लोग इक्विटी फंड्स में सिर्फ इसलिए इन्वेस्ट कर देते हैं क्योंकि उनकी 4 या फिर 5 स्टार रेटिंग होती है। हालांकि आप सिर्फ म्यूचुअल फंड की स्टार रेटिंग्स पर ब्लाइंड ट्रस्ट नहीं कर सकते हैं। इनमें से मोस्टली रेटिंग्स पास्ट रिटर्न्स के बेसिस पे दी गई होती हैं और एक फंड जिसने पास्ट में कंसिस्टेंटली हाई स्टार रेटिंग्स रिसीव की हो जरूर जरूरी नहीं है कि वो फ्यूचर में भी अच्छा परफॉर्म करना कंटिन्यू ही करेगा।
स्टार रेटिंग्स इक्विटी फंड्स के कई महत्वपूर्ण फैक्टर्स को कंसीडर नहीं करते जैसे कि म्यूचुअल फंड की इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटेजी या स्टाइल, इन्वेस्टमेंट की सूटेबिलिटी, म्यूचुअल फंड पोर्टफोलियो का पोटेंशियल, और म्यूचुअल फंड का एक्चुअल रिस्क क्या है । इन सभी फैक्टर्स का फंड के परफॉर्मेंस पे सिग्निफिकेंट इंपैक्ट हो सकता है।
उदाहरण के तौर पर, ADAC मिड कैप अपॉर्चुनिटी फंड डायरेक्ट ग्रोथ जिसका एक ह्यूज एसेट अंडर मैनेजमेंट है, उसकी स्टार रेटिंग्स ना फोर स्टार से थ्री स्टार फॉल हो गई थी 2019 में। अब अगर आपने सिर्फ स्टार रेटिंग्स के बेसिस पे इन्वेस्ट किया होता, तो आप तो डेफिनेटली डर गए होते और फंड से एग्जिट कर लिया होता। हालांकि इसकी रेटिंग्स 2023 में वापस फोर स्टार्स पर रिबाउंड हो गई थी।
तो अगला सवाल यह है कि क्या सिर्फ स्टार रेटिंग्स गिर गई हैं इस बेसिस पे आपको इक्विटी फंड से एग्जिट कर जाना चाहिए? देखिए, 10 सालों में ना इवन टॉप परफॉर्मर्स ने अपने स्टार रेटिंग में थ्री स्टार्स का फॉल देखा होगा, लेकिन वो ओवर टाइम बाउंस बैक कर सकते हैं। फॉर एग्जांपल, इक्विटी फंड्स अंडर परफॉर्म कर सकते हैं अगर उनकी इन्वेस्टमेंट स्टाइल कुछ वक्त के लिए ही सही आउट ऑफ फैशन हो गई हो तो ध्यान रहे, स्टार रेटिंग्स के साथ-साथ फंड के शार्प रेशियो, बीटा, स्टैंडर्ड डेविएशन, सोनो रेशो एट्स को भी देखें। राइट इक्विटी फंड्स पिक करने के लिए चलते हैं।
गलती 2: ओवर-डायवर्सिफाइड होना :
“यानी कि, लार्ज नंबर ऑफ स्टॉक्स में इससे आपके पोर्टफोलियो रिटर्न्स एक इंडेक्स के जैसे ही सिमिलर हो जाएंगे, जैसे कि निफ्टी 50। हालांकि, आपके एक्सपेंसेस यानी कि एक्सपेंस रेशियो हायर हो जाएगा क्योंकि आपका म्यूचुअल फंड पोर्टफोलियो तो एक्टिवली मैनेज हो रहा है। अगर इंडेक्स जैसे ही रिटर्न्स कमाना आपका गोल था तो वो तो आप सिंपली किसी इंडेक्स फंड में इन्वेस्ट करके भी कर सकते थे, और तो और उसके कम एक्सपेंस रेशियो भी होते हैं।
इतने सारे स्टॉक्स में पोर्टफोलियो मैनेज करना मुश्किल हो जाता है, दोस्तों कई सारे इक्विटी म्यूचुअल फंड स्कीम्स में इन्वेस्ट करने का ये एक काफी ऑब वियस डाउनसाइड है। आप हर एक इंडिविजुअल स्कीम्स की परफॉर्मेंस को नहीं ट्रैक कर पाएंगे और जब वो एक ज्यादा लंबे समय के लिए अच्छा परफॉर्म नहीं कर रहे होंगे तो आप एग्जिट भी नहीं कर पाएंगे।
गलती 3: जल्दबाजी में निवेश करना या निकासी करना :
आप इस फंड पिकर पोर्टफोलियो ओवरलैप टूल को ट्राई कर सकते हैं, दो इक्विटी फंड के पोर्टफोलियोस को कंपेयर करने के लिए। यानी कि यह जानने के लिए कि इन दो इक्विटी फंड स्कीम्स के पोर्टफोलियो में कितने हद तक कॉमनलित कॉमन स्टॉक्स हैं, आप फंड पिकर टूल पर क्लिक करिए।
सो जैसे कि आप स्क्रीन पे देख सकते हैं, हमने चूज किया है एक तरफ कैन रबको ब्लू चिप इक्विटी फंड वर्सेस एक्सेस फ्लेक्सी कैप फंड। ये हमने एक रैंडम एग्जांपल की तरह चूज किया है पोर्टफोलियो ओवरलैप को चेक करने के लिए आप देख सकते हैं कि इन दो इक्विटी म्यूचुअल फंड स्कीम्स के बीच अराउंड 65 से 70 पर कॉमन स्टॉक्स हैं इनके पोर्टफोलियोस में। इन दो इक्विटी फंड स्कीम्स के बीच 51 का पोर्टफोलियो ओवरलैप है। ध्यान रहे कि जिन इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में ओवर 60 टू 65 पर ऑफ पोर्टफोलियो कॉमन होते हैं ना, ये एक हाई पोर्टफोलियो ओवरलैप हो जाता है।
गलती 4: अपने निवेश की समीक्षा नहीं करना:
अपने वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए, आपको अपने पोर्टफोलियो को समय के साथ समायोजित करने की आवश्यकता हो सकती है।
ये बातें रही इक्विटी म्यूचुअल फंड्स इन्वेस्टमेंट के बारे में, मैं उम्मीद करता हूँ कि आप उन्हें ध्यान से सुनेंगे और फिर जब आप इन्वेस्ट करेंगे, तो आपका इन्वेस्टमेंट सुरक्षित रहेगा। धन्यवाद।
Note: म्यूचुअल फंड निवेश बाजार जोखिम की अधीन है।इसलिए, यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने निवेश को समझें और यह जानने के लिए तैयार हों कि आप क्या जोखिम उठा रहे हैं.
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